Wednesday 9 December 2015

माली की घटना पेरिस` हमले की अगली कड़ी


अफ्रीका देश में बढती फ़्रांस की दखलंदाजी से नाराज है आतंकी संगठन

बमाको__ माली की राजधानी पर हुए आतंकी हमले को पेरिस घटना की अगली कड़ी माना जा रहा है | इसका कारण है माली में फ़्रांस का दखल | दरअसल इस अफ्रीकी देश में चल रही आतंकवाद के खिलाफ लडाई की अगुवाई फ़्रांस ही कर रहा है | फिर जिस रेडिसन ब्लू होटल को निशाना बनाया गया है | वह बाकी विदेशियों की तरह फ़्रांसिसी नागरिको के लिए भी रुकने की पसंदीदा जगह है | माली लम्बे समय से विद्रोह और आतंकबाद से पीडित रहा है |  अक्टूबर २०११ में नेशनल मूवमेंट फॉर द लिबरेशन ऑफ अजावाद (एमएनएलए) और तुआरेग ने पूरे देश में विद्रोह छेड़ दिया | इस संगठन में लीबिया के पूर्व सैनिक भी शामिल थे | आतंकबादी संगठन अलकायदा और अंसार दीन की मदद से एमएनएलए ने एक ही साल मे देश के उत्तरी हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया और एक स्वतंत्र राष्ट्र अजावाद की घोषणा कर दी | जून २०१२ में अलकायदा ने तुआरेग से टिबकटू , किदल और गाओ के हिस्से छीन लिए तथा पूरे क्षेत्र पर शरिया कानून लागू कर दिया | जनवरी २०१३ में जब इस्लामिक लड़ाके देश के मध्य हिस्से तक पहुंच गए |

अमेरिका ने किया सावधान
माली में मौजूद अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट कर अपने नागरिको को बाहर नही निकलने की सलाह दी है | अमेरिकी नागरिको से कहा गया है कि वे जहाँ है वही रहे तथा मिडिया  में आ रही खबरों पर नजर रखे | साथ ही अपने परिवार से संपर्क कर उन्हें खुद के सुरक्षित होने की जानकारी दे दे |

मनपसंद होटल है रेडिसन ब्लू

रेडिसन ब्लू होटल विदेशियों की पहली पसंद है | १९० कमरे वाले इस होटल में सुइट , जिम , स्पा और स्वीमिंग पूल उपलब्ध है | इसीलिए यूरोप और अमेरिका समेत बाहर से आने वाले व्यवसायी , राजनयिक तथा पर्यटक यहाँ रुकना पसंद करते है | 

No comments:

Post a Comment