वस्त्रो का मानव-जीवन में अत्यधिक महत्व है | यदि वस्त्रो
का नमूना रंग तथा बुनाई आदि पहनने वाले की आयु ,लिंग ,व्यवसाय तथा ऋतु के अनुकूल
है | तो उसका मन प्रसन्न रहता है और उसे सुख का अनुभव होता है | उपयुक्त व सुन्दर
वस्त्रो से मनुष्य का व्यक्तित्व भीआकर्षक हो जाता है | और उसके आत्म-विश्वास में
व्रधि होती है भद्दे व अनुपयुक्त नाप से सिले वस्त्रो से आराम नही मिलता है | कहते
है की व्यक्ति की पोशाक से उसकी सुरुचि प्रकट होती है|
वस्त्रो के पहनने के सामान्य नियम
(१)
वस्त्रो को शरीर
पर फिटिंग ठीक होना चाहिये | ठीक फिटिंग वाले वस्त्र देखने में अच्छे लगते है और
आरामदायक होते है | यदि वस्त्र तंग है तो उठने-बैठने , खेलने ,दौड़ने ,झुकने में
कठिनाई के अतिरिक्त बालको के शरीर के विकास में भी बाधा आती है | और यदि वस्त्र
अधिक ढीले है तो भद्दे लगते है |
(२)
वस्त्र न तो बहुत
ही पुरानी फैशन के हो और न ही सिनेमा के सितारों की फैशन के अनुरूप हो | इन दोनों
के बीच का ढंग अपनाने में ही सुख मिलता है
| लोगो की निगाहें और कटाक्षो से भी इस प्रकार बचाव रहता है |
उचित वेशभूषा हेतु उपयुक्त वस्त्र-चयन
ग्रहणी को निम्नलिखित बातो का ध्यान रखना आवश्यक है |
(१) कपड़ा ऋतु और
स्थानीय गर्मी-सर्दी के अनुकूल हो
कपड़ा ऐसा हो जो शरीर को ग्रीष्मकाल में बाहर की गर्मी तथा
शीतकाल में बाहर की सर्दी से बचा सके | अतः ग्रीष्म ऋतु में सूती और शीत ऋतु में
ऊनी कपडा उपयुक्त रहता है | रेशमी व मानव-निर्मित तन्तुओ से बने कपडे ,जैसे नायलॉन
, गर्मी के दिनों में कष्टदायक प्रतीत होते है | ढीली बुनाई का सूती छिद्रदार कपडा
इस प्रयोजन हेतु उपयुक्त रहता है |गर्मी के दिनों में हल्के रंग का वस्त्र आरामदायक
लगते है और शीतकाल में गहरे रंगों के |
(२) व्यक्ति व वस्त्र विशेष के लिए कपडे का प्रकार ,रंग
, और छपाई का उपयुक्त नमूना चुनना
पुरुषो ,स्त्रियो मे व बालको के वस्त्रों के रंगों , ड़िजाइनो तथा
बुनाई में भिन्नता होती है | कपड़े का रेशा , रंग , बनावट तथा डिज़ाइन पहनने वाले
व्यक्तियों की आयु , लिंग एवं व्यवसाय तथा व्यक्तिगत रूचि की द्रष्टि से उपयुक्त
होना चाहिये | ख़ुशी के अवसर पर चटकीले तथा चमकदार वस्त्र उपयुक्त लगते है | कपडे
के प्रकार पर भी ध्यान देना आवश्यक है | पाजामे
व कोट के कपडे में , साडी व ब्लाउज के कपडे में , फ्रॉक व जांघिऐ के कपडे में अन्तर होता है |
(3) पुरुषो के वस्त्र
वस्त्रो का फिटिंग ठीक-ठीक होने से वे आरामदायक होते है |
और देखने में भी भले लगते है | पुरुषो के सूटो के लिए आजकल एक से एक बढ़िया कपडा
मिलता है , परन्तु उसके दाम अधिक होते है | सूती , रेयान , टेरीन , टेरीकाट सभी
कपड़े पुरुषो के वस्त्रो में प्रयोग किये जाते है|
(4) स्त्रियों के लिए
स्त्रियों के वस्त्रो में साडी का प्रथम स्थान है तथा उसके
बाद ब्लाउज या चोली का | साड़ी कैसे अवसरों पर पहनने के लिए चाहिये यह पहले निश्चित
करना आवश्यक है | दिन-प्रतिदिन घर पर पहनने के लिए उसमे टिकाऊपन और धुलाई में
सुबिधा के गुणों की अपेक्षा करनी चाहिये साथ ही वह आकर्षक भी हो | चटकीले रंग छोटी
आयु की महिलाओ को ही सुहाते है |
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