Friday 20 November 2015

भारत का ध्वज


भारत का राष्ट्रीय तिरंगा है | इसमे तीन समान चौडाई की समान्तर पट्टीया है सबसे ऊपर केसरिया ,बीच में सफेद और नीचे गहरी हरी पट्टी है | भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है। बीच की पट्टी का श्वेत धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का प्रतीक है। बीच की पट्टी का श्वेत 
धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का प्रतीक है। निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है। सफ़ेद पट्टी पर बने चक्र को धर्म चक्र कहते हैं । 
जिसका रंग नीला है और उसमे २४ तीलिया है यह चक्र मौर्य  सम्राट अशोक द्वारा सारनाथ में स्थापित सिंह स्तम्भ पर बने चक्र से लिया गया है| तिरंगा  की लम्बाई और चौडाई का अनुपात ३:२ है | इसे १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेजों से भारत की 
स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व २२ जुलाई ,१९४७ को आयोजित भारतीय संविधान-
सभा की बैठक में अपनाया गया था।

राज-चिह
भारत का राज-चिह मौर्य सम्राट अशोक द्वारा सारनाथ में स्थापित ;सिंह स्तम्भ से 
लिया गया है भारत सरकार द्वारा यह चिह २६ जनबरी ,१९५० को अपनाया गया 
इस राज चिह के मूल स्तम्भ में शीश्र पर चार सिंह है, जो एक दूसरे के बिपरीत 
दिशा में पीठ किये हुए है जिससे चार में से केवल तीन सिंह ही दिखाई पड़ते हैं 
इनके नीचे घंटे के आकार के पदम् के ऊपर एक चित्रवल्लरी के एक हाथी है | सिंह 
शीर्ष के नीचे स्थित पट्टी के मध्य में उभरी हुई नक्काशी में चक्र है,जिसके दाई ओर 
एक सांड और बाई ओर चौकड़ी भरता हुआ एक घोडा है तथा एकसिंह कीउभरी हुई
मूर्ति है, जिसके बीच-बीच में चक्र बने हुए हैं | आधार के पदम को खाली छोड़ दिया
गया हैं | फलक के नीचे मुणडकोपनीषद से उद्धत सूत्र ,सत्यमेव जयते , लिखा गया 
है,जिसकी  लिपि देवनागरी है | इसका अर्थ है कि ;सत्य की ही विजय होती है  |



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