Saturday 2 April 2016

बिना बिजली का पानी का शुरू हुआ मुल्यांकन


जीआईसी में कोठार प्रभारी प्यून का काम करने को विवश
डीएचएई अंधेरे कमरे में नमूने की कापियां जांचते रहे

कानपूर- गवर्नमेंट इंटर कॉलेज चुन्नीगंज में बुधवार को बोर्ड मूल्यांकन में पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया |
कोठार प्रभारी टीचर प्यून की भूमिका निभा रहे थे। किसी भी कोठार में प्यून उपलब्ध नहीं था। बिजली
पानी और सफाई का उचित प्रबन्ध नही किया गया था | काफी परिक्षक बाहर बैठकर प्रबन्ध होने का
इंतजार कर रहे थे | ज्यादातर मुल्यांकन केन्द्रों में ३५% परीक्षक व डीएचई पहुंचे |वेतन रोका जाएगा |
जिला विद्यालय निरीक्षक मुहम्मद इब्राहिम ने बताया,की पांच सेंटरों पर मुल्यांकन शुरू हो गया है |
लेकिन डीएचई (डिप्टी हेड एग्जामनर) व एग्जामनर की अटेंडेंस काफी कम रही है | सेंटरों पर ३५%
डीएचई पहुंचे | गुरुवार को बोर्ड से तैनात परीक्षक व डीएचई पहुंचे तो उनका वेतन रोक दिया जायेगा |
जीआईसी में स्टाफ की कमी हुई है जिसकी वजह से डीएचई में थोड़ी सी दिक्कत हुई है | गुरुवार को
पूरा  सिस्टम ठीक हो जाएगा | डीएचई व परीक्षक नहीं आए ,जीआईसी में अंधेरे कमरे में जीव विज्ञान
की कॉपी चेक कर रहे डीएचई ने कहा, रूम में गन्दगी बहुत है | इसके अलावा पानी की भी व्यवस्था
नहीं है।जीआईसी में अंधेरे कमरे में जीव विज्ञान की कॉपी चेक कर रहे डीएचई ने कहा, रूम में गंदगी
बहुत है। इसके अलावा पानी की भी व्यवस्था नहीं है।हालांकि परीक्षक करीब दो सौ से अधिक पहुंच
गए। हिन्दी, मैथ व कम्प्यूटर का मूल्यांकन शुरू करा दिया गया।बाल बिध्यालय के प्रिंसिपल मनोज
शुक्ला ने बताया, पहले दिन ६६ में २७ डीएचई आए हैं।हरजेन्दर नगर इंटर कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज, हरसहाय जगदम्बा सहाय कॉलेज में पहले दिन डीएचई व परीक्षक की उपस्थिति काफी कम रही।

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