दिल्ली आर्थिक सम्मेलन में बोले , १७ महीनों में
अर्थव्यवस्था में काफी सुधार
नई दिल्ली- प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने
खुलासा किया है कि उनकी सरकार ने विदेश में भारतीयों के साढ़े दस हजार करोड़ रुपये
के काले धन का पता लगाया है | उनकी सरकार विदेश में जमा काला धन वापस लाने के लिए
प्रतिबद्ध है | नई दिल्ली में आयोजित छठे दिल्ली आर्थिक सम्मेलन में मोदी ने कहा
कि आर्थिक सुधारो को अखबारों की सुर्खिया बनने के बजाय समावेशी और व्यापक होना
चाहिये | सरकार के १७ महीने के कार्यकाल
में देश की अर्थव्यवस्था बेहतर होने का हवाला देते हुए पीएम ने कहा कि हालात अचानक
नही सुधरे है | इनके पीछे सरकार की सुनियोजित कदमों का हाथ है | पीएम ने कहा, जब
हमने कार्यभार संभाला था तब की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था काफी अच्छा प्रदर्शन
कर रही है | जीडीपी में बढोतरी हुई है और महंगाई घटी है | विदेशी निवेश बढ़ा है और
चालू खाता घाटा कम हुआ है | राजस्व में इजाफा हुआ है और ब्याज दरें घटी है |राजकोषीय घाटा कम हुआ है और रुपये के मूल्य में स्थिरता आई है | यह सब सरकार
कीसुनियोजित नीतियो का नतीजा है | आर्थिक मोर्चे पर उठाए गए कदमो का जिक्र करते
हुए उन्होंने कहा इसे समावेशी और व्यापक होना चाहिये |दरअसल आर्थिक सुधार छोटी तेज
दौड़ नही बल्कि मैराथन है |
ज्यां द्रेज का नाम वक्ता सूची से हटा
सोनिया गाँधी के राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के सदस्य और
अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज का नाम दिल्ली
आर्थिक सम्मेलन के वक्ताओ से हटा दिया गया
| द्रेज को पीएम की जनधन-आधार मोबाइल
यानी जेएएम स्कीम पर बोलना था लेकिन नाम हटा
दिए जाने पर उन्होंने भाषण एक न्यूज़
पोर्टल पर डाल दिया | इसमे उन्होंने सरकार की
ओर से हाई-टेक कैश ट्रांसफर को सामाजिक
नीति का आधार बनाने के खतरों के प्रति
आग्रह किया |
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